 | 1 | (‹à) |
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 | 2 | (“y) |
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 | 3 | (“ú) |
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 | 4 | (ŒŽ) |
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 | 5 | (‰Î) | ‘S’²˜A‘æ‚Q‰ñ‰ï’·‰ï‹c@‰—F“ú’²˜A‰ï‹cŽº@13:30`17:15
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 | 6 | (…) | ‘S’²˜A‘æ‚Q‰ñ‰ï’·‰ï‹c@‰—F“ú’²˜A‰ï‹cŽº@9:30`11:35
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 | 7 | (–Ø) |
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 | 8 | (‹à) |
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 | 9 | (“y) |
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 | 10 | (“ú) |
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 | 11 | (ŒŽ) |
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 | 12 | (‰Î) |
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 | 13 | (…) |
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 | 14 | (–Ø) |
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 | 15 | (‹à) |
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 | 16 | (“y) |
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 | 17 | (“ú) |
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 | 18 | (ŒŽ) |
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 | 19 | (‰Î) |
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 | 20 | (…) | ‘æ‚Q‰ñí”C—Ž–‰ï@‰—FŠeŽ––±ŠiWEBj@16F00`
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 | 21 | (–Ø) |
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 | 22 | (‹à) | ‘æ‚Q‚O‰ñ“y’n‰Æ‰®’²¸Žm“Á•ÊŒ¤CiW‡Œ¤Cj‰—F‹{錧
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 | 23 | (“y) | ‘æ‚Q‚O‰ñ“y’n‰Æ‰®’²¸Žm“Á•ÊŒ¤CiW‡Œ¤Cj‰—F‹{錧
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 | 24 | (“ú) | ‘æ‚Q‚O‰ñ“y’n‰Æ‰®’²¸Žm“Á•ÊŒ¤Ci‘‡u‹`j‰—F‹{錧
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 | 25 | (ŒŽ) |
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 | 26 | (‰Î) |
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 | 27 | (…) |
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 | 28 | (–Ø) |
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 | 29 | (‹à) |
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 | 30 | (“y) |
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 | 31 | (“ú) |
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